आओ
आओ निकल चले,
अज आसमान से आगे,
आओ आज दौडे,
समय से तेज़,
आओ सपने देखें,
इस दुनिया से बडे,
आओ देखें जरा,
बादलों के पार चमकती सूरज की किरणों को.
आओ ढूदे जरा,
अपने आप को.
आओ चल के देखे जरा,
उस उगते हुए सूरज को,
आओ मनाये नये साल को,
विदा करें पुराने साल को,
आओ करें कुछ ऐसा,
जो जीवंत रहे हमेशा…
नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं…
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3 comments:
Wish u too a very happy new year
.. badhiya kavita :)
who is crescenet.....nice poem main ise copy karoongi aur bhejungi....
it's me zeal...
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